Ayurvedic food supplements by Mehta

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Ayurvedic food supplements by Mehta Hallo friends, healthy food supplement or powder means, which item, which is available in your kichen. But you do not know. What it benifit and how I used.

शारिरिक कमजोरी दुर करे और शादीशुदा जिंदगी हँसते हुए बिताएँ। Panchgavya Food Supplementary Aushadhi1. Panchgavya Kaay Ras...
10/07/2025

शारिरिक कमजोरी दुर करे और शादीशुदा जिंदगी हँसते हुए बिताएँ।
Panchgavya Food Supplementary Aushadhi
1. Panchgavya Kaay Rasayanam 250gm
2. Gokshar Ghanvati Dhatu 90 tab
3. SBC 24 tab
4. Indrayan vati 30
5. Massage oil 30ml
6. Gaumutra Ark NANDI+cale 500ml

T 35

फायदे:

1. पुरुष के प्रजनन तंत्र (Reproductive System) को मजबूत करता है।
2. तनाव कम करता है, मानसिक शांति और शारीरिक सेहत को बेहतर बनाता है।
3. टेस्टोस्टेरोन और एस्ट्रोजन हार्मोन के स्तर को सुधारता है।
4. अंडकोष (Te**es) और अंडाशय (Ovaries) की क्षमता बढ़ाता है।
5. यौन प्रदर्शन (Sexual Performance) को बेहतर करता है।
6. पतले वीर्य (S***m) को गाढ़ा बनाता है और गुणवत्ता में सुधार करता है।
7. नसों (Nervous System) को सक्रिय करता है और यौन अंगों को मजबूत बनाता है।
8. पुरुषों की प्रजनन क्षमता (Fertility) को बढ़ाता है।
9. हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत करता है।
10. डोपामाइन हार्मोन को बढ़ाकर मूड बेहतर करता है।
11. एंटी-एजिंग गुणों से भरपूर है।
12. कमर दर्द और सर दर्द को ठीक करता है।
13. सेक्सुअल जीवन को आनंदमय बनाता है।
14. पति पत्नी के बीच लड़ाई झगड़ा खत्म हो जाता है।और प्यार बढ़ जाता है।
15. कोई भी काम खरने मे मन लगता है।
16. नींद अच्छी आती है।
17. शरीर के तिनो रोग वात, पित और कफ को मैनेज करता है।
18. संतान उत्पत्ति के लिए बहुत ही कारगर औषधि है।
19. शिघ्रपतन, नपुंसकता, लिंग की छोटापन, टेड़ापन को ठीक करता है।

ऑर्डर करने और अधिक जानकारी के लिए संपर्क करे|
Rajiv Dixit Panchgavya Ayurveda
Whatsapp no. 7981472646

10/07/2025

Testy Salt
Nuddles and Gobhi me test बढ़ाने के लिए डाला जाता है
अजीनोमोटो क्या है??👇👇👇
अजीनोमोटो को हम इसके रासायनिक नाम मोनो सोडियम ग्लूटामेट के नाम से भी जानते है।

इसका इस्तेमाल ज्यादातर चीन की खाद्य पदार्थो में
खाने के स्वाद को बढ़ाने के लिए किया जाता है. ..
पहले हम अधिकांशतः घर पर बने खाने को खाते थे,
लेकिन अब लोग चिप्स, पिज्ज़ा, मोमोज,अंडा रोल, मैगी और भी अनेकों फास्ट फूड खाने को ज्यादा पसंद करने लगे है,जो कि इनमें अजीनोमोटो का भरपूर इस्तेमाल किया जाता है,

इनमें भी अजीनोमोटो का इस्तेमाल होता है.
इसका इस्तेमाल कई डिब्बाबंद फ़ास्ट फ़ूड सोया सॉस, टोमेटो सॉस, संरक्षित मछली जैसे सभी संरक्षित खाद्य उत्पादों में किया जाता है।

अजीनोमोटो को पहली बार 1909 में जापानी जैव रसायनज्ञ किकुनाए इकेडा के द्वारा खोजा गया था.
उन्होने इसके स्वाद को मामी के रूप में पहचाना जिसका अर्थ होता है,सुखद स्वाद

कई जापानी सूप में इसका इस्तेमाल होता है.
इसका स्वाद थोडा नमक के जैसा होता है. देखने में यह चमकीले छोटे क्रिस्टल के जैसा होता है.
इसमें प्राकृतिक रूप से एमिनो एसिड पाया जाता है,किन्तु
आज दुनिया के हर कुक खाने में स्वाद को बढ़ाने के लिए इसका इस्तेमाल करते है, अजीनोमोटो का इस्तेमाल असुरक्षित माना गया है, इसका इस्तेमाल पहले चीन की रसोई में होता था,
लेकिन अब ये धीरे धीरे हमारे भी घरों की रसोई में अपना पैठ बना चुका है,अपने समय को बचाने के लिए जो हम 2 मिनट में नुडल्स को तैयार कर ग्रहण करते है इस तरह के अधिकांशतः खाद्य पदार्थो में यह पाया जाता है जो धीरे धीरे हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाते है।

यह एक प्रकार से नशे की लत जैसा होता है अगर आप एक बार अजीनोमोटो युक्त भोजन को ग्रहण कर लेते है,
आप उस भोजन को नियमित खाने की इच्छा रखने लगेंगे. ..इसके सेवन से शरीर में इन्सुलिन की मात्रा बढ़ जाती है जब आप अजीनोमोटो मिले पदार्थो का सेवन करते है, तो रक्त में ग्लूटामेट का स्तर बढ़ जाता है. जिस की वजह से इसका शरीर पर गंभीर प्रभाव पड़ता है।

अजीनोमोटो को एक धीमा हत्यारा🔥 भी कहा जा सकता है,यह आँखों की रेटिना को नुकसान पहुंचाता है साथ ही यह थायराईड और कैंसर जैसे रोगों के लक्षण पैदा कर सकता है।

अजीनोमोटो से युक्त खाद्य पदार्थो का अगर नियमित सेवन किया जाये तो यह माइग्रेन पैदा कर सकता है जिसको हम अधकपाली भी कहते है,
इस बीमारी में आधे सिर में हल्का हल्का दर्द होते रहता अजीनोमोटो के अधिक सेवन से मोटापे के बढ़ने का खतरा हमेशा बना रहता है हमारे शरीर में मौजूद लेप्टिन हॉर्मोन,
हमे भोजन के अधिक सेवन को रोकने के लिए हमारे मस्तिष्क को संकेत देते है।

अजीनोमोटो के सेवन से हम ज्यादा भोजन कर जल्द ही मोटापे से ग्रस्त हो सकते है, और कई गम्भीर बिमारी से भी ग्रस्त हो सकतें हैं।

ध्यान दीजिए 👉फास्ट फूड के तो सभी दीवाने हैं ही लेकिन बाजार से नहीं बल्कि अपने घर पर देशी तरीके से बनाकर खायें।

निवेदन: आगे शेयर जरूर करें 🙏

23/06/2025

आपलोगों के लिए आवश्यक सुचना:-

नौतपा मे इस वर्ष वर्षा होने के कारण जलवायु परिवर्तन होने के कारण बारिस के महिनों में किट पतंग, किड़े मकोड़े, चूहे, बिच्छुओं और साँपों कि जनसंख्या में बहुत ज्यादा वृद्धि होने वाली है।

अतः इस कारन खेतों में फसलों का नुकसान और मनुष्यों में बिच्छू का डंक मारना और सापों का डसना इस.वर्ष ज्यादा रहेगा। तथा विषय ज्वर टाइफाइड, बुखार और मलेरिया जैसे रोगों का प्रकोप ज्यादा रहने कि संभावना बन रही है। और जाता लोग भी वर्षा ऋतु के शुरूआत में बारिश के पानी से भिंज गए हैं। उनलोगों को चर्मरोगों कि समस्या, दाद, खाज, खुजली, एक्जिमा, सोरायसिस, जुरपित्ती निकलने की समस्या हैजा से परेशान होना पड़ेगा।

अतः इन सभी समस्याओं के लिए अगर आयुर्वेद का सहारा लेंगे तो आपलोगों कि शारीरीक और आर्थिक नुकसान कम होगा।

बिच्छू के डंक मारने पर
Roll on Amrit Dhara का इस्तेमाल किजिए।
किसी भी तरह के साँप से डसने पर होम्योपैथी मेडिसिन NAJA 200 घर पर रखें।
टाइफाइड होने पर आयुर्वेदिक चिकित्सा करवाएँ तब परमानेंट ठीक होगा। नहीं तो एलोपैथी का एंटीबायोटिक दवाओं से टाइफाइड के किटानु पेट मरते नहीं है। केवल दब के रह जाते हैं। 15 दिनों के बाद फिर से पनप जाते हैं।

@ S K Mehta, Gavyasiddh Dr.
7981472646
Search on Google.

Rajiv Dixit Panchgavya Ayurvedic Chikitsa Help Centre.

Value for money. जितना बड़ा अस्पताल, उतनी बड़ी नाम, milti city hospital, उतनी ज्यादा इलाज कराने का खर्च। बड़ी बिल्डिंग, हाई...
05/06/2025

Value for money.
जितना बड़ा अस्पताल, उतनी बड़ी नाम, milti city hospital, उतनी ज्यादा इलाज कराने का खर्च। बड़ी बिल्डिंग, हाई-फाई फैसिलिटी , कई डाक्टर, ढेर सारे नर्स, बड़ी बड़ी जाँच मशीनों, Lab Test machines, modern operation theater, लोगों का भरोसा, ऐसा लगता है कि यहाँ तो अवश्य ठीक हो जाएगा।

लेकिन सारा कुछ होने के बाद कुछ दिनों के लिए टेम्परोरी आराम मिलता है। और फिर कुछ महीनों के बाद उस बीमारी का फिर से हो जाना।
तथा फिर से उसी अस्पताल का चक्कर काटना, टेस्ट करवाना, फिर से झुठी दिलासा, फिर से आपरेशन, कि ठीक हो जाएगा। लेकिन होता नहीं है।
और फिर से भागे भागे आयुर्वेदिक अस्पताल का चक्कर लगाना अथव वैद्यों के ग्रुप में फ्रि आयुर्वेदिक उपाय पुछना और 100 मे 10 लोग ही फ्रि का घरेलु चिकित्सा कर पाते हैं। 2-4 दिन करते हैं और फिर छोड़ देते हैं। अथवा किसी वैद्यों से सलाह मशविरा करने के बाद गारंटी माँगना, पुछना, गारंटी ठीक हो जाएगा। क्या। और औषधि देने की बारी आती है तो सारे पैसे पहले ही खर्च हो जाते हैं। वैद्य जी को देने के लिए पैसे ही नहीं रहता है। और घरेलु चिकित्सा बता दी जाय तो उसपर भरोसा ही नहीं रहता है।
और तो और जिनको ठीक हो भी जाती है। ग्रुप में लिखने में भी डर लगता है कि मैने फलाने वैद्य जी के बताए हुए औषधियों से ठीक हो चुका हूँ। लिखने और बोलने से कतराते हैं। और अगर सादे पन्ने पर लिख कर माँगा जाता है तो लिख कर देने से ऐसे डरते हैं जैसे उनको फाँसी हो जाएगी। वो भी सही चिज लिखने पर।
जबकि बड़े बड़े अस्पतालों में आपरेशन के पहले ही रोगियों के नजदीकी रिश्तेदार से फार्म पर लिखा लिया जाता है कि " मै अपनी मर्जी से औपरेशन करवा रहा हूँ। इसमें किसी भी प्रकार की कमी अथवा नुकसान होने पर डाक्टर का कोई दोष नहीं होगा।"
तथा आयुर्वेदिक चिकित्सक के पास जाने के बाद पहले ही पुछ लेना चाहते हैं कि कितने दिनों/महीनों तक आपकी औषधि खानी पड़ेगी।
Dr. S K Mehta,

Heart disease, also known as cardiovascular disease, refers to a group of conditions that affect the heart and blood vessels.

Flash - Flash - Flash@@@@ # # # # # # #@@@@@@@@बेरोजगार लड़के एवं लड़कियों के लिए रोजगार का सुनहरा अवसर ।Job:- 1. Sales Ex...
26/04/2025

Flash - Flash - Flash
@@@@ # # # # # # #@@@@@@@@
बेरोजगार लड़के एवं लड़कियों के लिए रोजगार का सुनहरा अवसर ।
Job:-

1. Sales Executive.
For Panchgavya Food Supplementary Aushadhi/Medicines
Salary daily 300 to 1000
Monthly 9000 to 30000
Selection by interview.

Qualification:- 10th pass or higher education.

Experience. 2 to 5 years.
Non experience person. Free training by organization.

Area:- All over India.
Field work or start from home. Or work from home.

All Ladies and gentes, college girls, students, house wife.

Age group 18-50 years.

Quality:- positive mind. I can do this for self/family.

If any body want to do full time, part time job. Can send resume. This whatsapp only. 7981472646
From Rajiv Dixit Panchgavya Ayurvedic Chikitsa Help Centre.
www.rajivdixitpanchgavyaayurveda.in

Training will be done by zoom meeting. Every Saturday or according to condition.

No phone call please. Only whatsapp.

Heart disease, also known as cardiovascular disease, refers to a group of conditions that affect the heart and blood vessels.

22/04/2025

*⚜️खाना खाने का सही नियम 12 महीनों अनुसार!*
🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷
चैत्र ( मार्च-अप्रैल) – इस महीने में चने का सेवन करे क्योकि चना आपके रक्त संचार और रक्त को शुद्ध करता है एवं कई बीमारियों से भी बचाता है। चैत्र के महीने में नित्य नीम की 4 – 5 कोमल पतियों का उपयोग भी करना चाहिए इससे आप इस महीने के सभी दोषों से बच सकते है। नीम की पतियों को चबाने से शरीर में स्थित दोष शरीर से हटते है।

वैशाख (अप्रैल – मई)- वैशाख महीने में गर्मी की शुरुआत हो जाती है। बेल का इस्तेमाल इस महीने में अवश्य करना चाहिए जो आपको स्वस्थ रखेगा। वैशाख के महीने में तेल का उपयोग बिल्कुल न करे क्योकि इससे आपका शरीर अस्वस्थ हो सकता है।

ज्येष्ठ (मई-जून) – भारत में इस महीने में सबसे अधिक गर्मी होती है। ज्येष्ठ के महीने में दोपहर में सोना स्वास्थ्य वर्द्धक होता है , ठंडी छाछ , लस्सी, ज्यूस और अधिक से अधिक पानी का सेवन करें। बासी खाना, गरिष्ठ भोजन एवं गर्म चीजो का सेवन न करे। इनके प्रयोग से आपका शरीर रोग ग्रस्त हो सकता है।

अषाढ़ (जून-जुलाई) – आषाढ़ के महीने में आम , पुराने गेंहू, सत्तु , जौ, भात, खीर, ठन्डे पदार्थ , ककड़ी, पलवल, करेला आदि का उपयोग करे व आषाढ़ के महीने में भी गर्म प्रकृति की चीजों का प्रयोग करना आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।

श्रावण (जूलाई-अगस्त) – श्रावण के महीने में हरड का इस्तेमाल करना चाहिए। श्रावण में हरी सब्जियों का त्याग करे एव दूध का इस्तेमाल भी कम करे। भोजन की मात्रा भी कम ले – पुराने चावल, पुराने गेंहू, खिचड़ी, दही एवं हलके सुपाच्य भोजन को अपनाएं।

भाद्रपद (अगस्त-सितम्बर) – इस महीने में हलके सुपाच्य भोजन का इस्तेमाल कर वर्षा का मौसम् होने के कारण आपकी जठराग्नि भी मंद होती है इसलिए भोजन सुपाच्य ग्रहण करे।

आश्विन (सितम्बर-अक्टूबर) – इस महीने में दूध , घी, गुड़ , नारियल, मुन्नका, गोभी आदि का सेवन कर सकते है। ये गरिष्ठ भोजन है लेकिन फिर भी इस महीने में पच जाते है क्योकि इस महीने में हमारी जठराग्नि तेज होती है।

कार्तिक (अक्टूबर-नवम्बर) – कार्तिक महीने में गरम दूध, गुड, घी, शक्कर, मुली आदि का उपयोग करे। ठंडे पेय पदार्थो का प्रयोग छोड़ दे। छाछ, लस्सी, ठंडा दही, ठंडा फ्रूट ज्यूस आदि का सेवन न करे , इनसे आपके स्वास्थ्य को हानि हो सकती है।

अगहन (नवम्बर-दिसम्बर) – इस महीने में ठंडी और अधिक गरम वस्तुओ का प्रयोग न करे।

पौष (दिसम्बर-जनवरी) – इस ऋतू में दूध, खोया एवं खोये से बने पदार्थ, गौंद के लाडू, गुड़, तिल, घी, आलू, आंवला आदि का प्रयोग करे, ये पदार्थ आपके शरीर को स्वास्थ्य देंगे। ठन्डे पदार्थ, पुराना अन्न, मोठ, कटु और रुक्ष भोजन का उपयोग न करे।

माघ (जनवरी-फ़रवरी) – इस महीने में भी आप गरम और गरिष्ठ भोजन का इस्तेमाल कर सकते है। घी, नए अन्न, गौंद के लड्डू आदि का प्रयोग कर सकते है।

फाल्गुन (फरवरी-मार्च) – इस महीने में गुड का उपयोग करे। सुबह के समय योग एवं स्नान का नियम बना ले। चने का उपयोग न करे।

21/04/2025

*जब सुप्रीम कोर्ट ने फोन पर की सुनवाई और दे दी तीस्ता को जमानत*

आज तक न्यूज के एंकर ने जब पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई से भारत की न्याय व्यवस्था के बारे में सवाल पूछा तब पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा कि मैं चाह कर भी भारत की न्यायपालिका को सुधार नहीं सकता क्योंकि हमारा अदालती सिस्टम कुछ बड़े फिक्सरों (दलालो) के कब्जे में है और यह बड़े फिक्सर जब चाहे जो चाहे जैसा चाहे उस तरह से हमारी न्याय व्यवस्था को चला देते हैं

यह फिक्सर और दलाल और कोई नहीं बल्कि कपिल सिब्बल और अभिषेक मनु सिंघवी हैं

इस कार्यक्रम में आगे जस्टिस रंजन गोगोई ने न्यायपालिका पर और भी बड़े सवाल उठाए जैसे कि यदि भारत को 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था बनना है तो जब तक भारत अपने न्याय व्यवस्था को नही बदलेगा तब तक वह 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था नहीं बन सकता क्योकि भारत की न्याय व्यवस्था इतनी बर्बाद हो गई है और वह घुन की तरह न सिर्फ इस देश को बल्कि इस देश की अर्थव्यवस्था और इस देश के ताने-बाने को छेद छेद कर कमजोर कर रही है

उन्होंने आगे कहा कि एक मध्यम वर्ग जाए गरीब को भारत की न्याय व्यवस्था कभी भी न्याय नहीं दे सकती और यह एक कड़वा सच है यदि आप बहुत बड़े पैसे वाले हैं अरबपति हैं तब आप को न्याय मिलेगा और आपके वकील लोग ही हमारे जज लोगों को यह बताएंगे कि आपको क्या फैसला देना है और यह चंद बड़े वकील ही आज सुप्रीम कोर्ट के सबसे बड़े फिक्सर बन चुके हैं

जस्टिस रंजन गोगोई के इस कथन पर सुप्रीम कोर्ट ने चाह कर भी कुछ नहीं किया क्योंकि सुप्रीम कोर्ट के हर एक जज को पता है कि वह बड़े-बड़े फिक्सरो (दलालो) जैसे दुष्यंत दवे कपिल सिब्बल अभिषेक मनु सिंघवी प्रशांत भूषण के चंगुल में फंसे हुए हैं और यह लोग जब चाहे जैसा चाहे उस तरह से भारत के सुप्रीम कोर्ट को चलाते हैं

अब आप कुछ उदाहरण समझिए कि जस्टिस रंजन गोगोई ने कितनी कड़वी बात कही थी काश वह कुछ उदाहरण भी और कुछ नाम भी देते तो बहुत अच्छा होता

दो मामले हैं दोनो बिल्कुल एक जैसे हैं

बीजेपी नेता किरीट सोमैया पर महाराष्ट्र सरकार ने यह आरोप लगाया कि उन्होंने आई एन एस विराट को बचाने के लिए लोगों से चंदा लिया और उस चंदे का कोई हिसाब सरकार को नहीं दिया और उनके खिलाफ गिरफ्तारी के वारंट जारी कर दिए गए किरीट सोमैया निचली अदालत और फिर मुंबई हाई कोर्ट में सेशन कोर्ट में यानी तीन अदालतों में अग्रिम जमानत के लिए गए लेकिन उन्हें तीनों अदालत ने अग्रिम जमानत नहीं दिया

अब आप दूसरा उदाहरण देखिए गुजरात दंगों पर अपनी रोटी सेकने वाली तीस्ता जावेद सीतलवाड़ ने खाड़ी के देशों अमेरिका ब्रिटेन सहित कई जगहों से लगभग 100 करोड़ रुपए डोनेशन लिया जांच में पता चला कि उसकी तमाम खरीदारी का बिल उसके ट्रस्ट के खाते से किया गया है यहां तक कि दुबई एयरपोर्ट पर सोने के गहने खरीदने का बिल या ब्रिटेन के एयरपोर्ट पर ड्यूटी फ्री लिकर यानी शराब खरीदने का बिल भी उसने ट्रस्ट के पैसे से किया था फिर उसी के ट्रस्ट सबरंग के एक दूसरे ट्रस्टी ने ही पुलिस में केस दर्ज करवाया

पुलिस ने पहले 6 महीने जांच किया सारे सुबूत इकट्ठा किए उसके बाद तीस्ता जावेद को गिरफ्तार करने मुंबई गई



तीस्ता जावेद ने अपने घर का दरवाजा नहीं खोला 10 मिनट में इलाके के एक पुलिस स्टेशन में सुप्रीम कोर्ट का फैसला मेल से जाता है कि तीस्ता को गिरफ्तारी से रोक का आदेश दे दिया गया है

पता चला कि कपिल सिब्बल ने फोन पर सुप्रीम कोर्ट के एक जज को यह आदेश पारित करवा दिया मतलब भारत के इतिहास में यह पहली मौका है कि जब सुप्रीम कोर्ट ने टेलीफोन पर सुनवाई किया था और सिर्फ 3 मिनट की टेलीफोनिक सुनवाई में आदेश दे दिया

ठीक इसी तरह का काम राना अय्यूब ने किया उन्होंने भी गुजरात दंगों के नाम पर जो डोनेशन इकट्ठा किया उसका ऑडिट नहीं करवाया और उसमें से 5 करोड़ रुपये अपने पिताजी के नाम फिक्स डिपाजिट कर दिए उनके खिलाफ भी सारे सबूत हैं वह जब विदेश जा रही थी और उन्हें विदेश जाने से रोका गया तब मुंबई हाईकोर्ट ने कहा कि 5 करोड़ की रकम कोई इतनी बड़ी रकम नहीं है कि इसे बड़ा फ्रॉड माना जाए

एक बस कंडक्टर को 20 पैसे गबन करने के आरोप में 40 साल तक मुकदमा लड़ना पड़ा था तब हमारी अदालती सिस्टम ने यह नहीं कहा कि 20 पैसा कोई बड़ी रकम नहीं है

जहांगीरपुरी का उदाहरण देखिए

10:30 बजे जैसे ही बुलडोजर जहांगीरपुरी पहुंचे 10:31 पर जमाते उलेमा के वकील कपिल सिब्बल दुष्यंत दवे और प्रशांत भूषण सीधे सुप्रीम कोर्ट में गए आनन-फानन में सुनवाई हुई और ठीक 10 बज कर 45 मिनट पर सुप्रीम कोर्ट अपना स्टे ऑर्डर दे दिया मैं तो आश्चर्यचकित हो गया कि ऐसे मामले मैं इतनी जल्दी सुनवाई और इतना जल्दी आदेश कैसे हो गया जबकि भारत की न्याय व्यवस्था का हायरकी यानी निचली अदालत में फिर हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का भी ध्यान नहीं रखा गया

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27/03/2025

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